BVA Surprises Loksabha Candidate : बविआ द्वारा सरप्राइज! विधायक राजेश पाटिल ने लोकसभा के लिए गुपचुप तरीके से भरा नामांकन, राजनीतिक चर्चाओं का बज़ार ग़र्म
BVA Surprises Loksabha Candidate :पार्टी अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर द्वारा उनकी उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा करने से पहले ही विधायक राजेश पाटिल आज पालघर कलेक्टरेट गए और अपनी उम्मीदवारी दाखिल की।
पालघर से बहुजन विकास अघाड़ी के उम्मीदवार के रूप में बोईसर विधायक राजेश पाटिल के नाम पर मुहर लगी। यह फैसला गुरुवार देर रात पार्टी की बैठक में लिया गया। हालांकि, इससे पहले कि पार्टी अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर उनकी उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा करते, विधायक राजेश पाटिल आज पालघर कलेक्टरेट गए और अपनी उम्मीदवारी दाख़िल की। इस मौके पर उनके साथ बहुजन विकास अघाड़ी के अजीव पाटिल, पूर्व मंत्री मनीषा निमकर, ठाणे जिला सहकारी बैंक के राजन पाटिल और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
इसके साथ राजनीतिक गलियारों यह चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या यह विधायक हितेंद्र ठाकुर द्वारा बहुजन विकास अघाड़ी के उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा और नामांकन पत्र दाखिल करने के बारे में गोपनीयता बनाए रखकर ग्रैंड अलायंस के संभावित उम्मीदवार को प्रोत्साहित करने की एक राजनीतिक चाल है? आख़िर बहुजन विकास अघाड़ी उम्मीदवार की घोषणा और नामांकन दाखिल करने को लेकर इतनी गोपनीयता क्यों?
बहुजन विकास अघाड़ी के सर्वेसर्वा पार्टी अध्यक्ष विधायक हितेंद्र ठाकुर ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर प्रचार का बिगुल फूंक दिया था और पालघर लोकसभा चुनाव न सिर्फ लड़ने बल्कि जीतने का संकल्प लिया था. इसके बाद उन्होंने इच्छुक उम्मीदवारों का साक्षात्कार भी लिया। इस इंटरव्यू के बाद गुरुवार को हुई पदाधिकारियों की एक अहम बैठक में बोईसर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेश पाटिल का नाम उम्मीदवारी के लिए तय किया गया.
हितेंद्र ठाकुर की बहुजन विकास अघाडी,महा विकास अघाडी का हिस्सा थी.लेकिन वह महाविकास अघाड़ी के माध्यम से समय-समय पर होने वाले कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए. इसका मुख्य कारण मौजूदा सांसद राजेंद्र गावित को लेकर बहुजन विकास अघाड़ी का भारी विरोध है.
एक टीवी चैनल से बात करते हुए हितेंद्र ठाकुर ने कहा कि हमारी पार्टी के पास तीन विधायकों और जिला परिषद, पंचायत समिति के साथ-साथ ग्राम पंचायत, सरपंच में बहुमत है. इसलिए सभी पार्टियों से अनुरोध है कि वे पालघर लोकसभा सीट बहुजन विकास अघाड़ी के लिए खाली कर दें. हालाँकि, चूंकि शिवसेना-भाजपा गठबंधन द्वारा राजेंद्र गावित की उम्मीदवारी की घोषणा करने की संभावना है, इसलिए हितेंद्र ठाकुर ने अपने उम्मीदवार की घोषणा की और महागठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा से पहले ही अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी। एक ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में और चल रही है कि क्या ये हितेंद्र ठाकुर की दबाव बनाने की राजनीतिक चाल है?
ख़ैर क़ातिल शिफ़ाई ने ठीक ही कहा है- “राब्ता लाख सही क़ाफ़िला-सालार के साथ,हम को चलना है मगर वक़्त की रफ़्तार के साथ”
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