वसई-विरार में नकली दवाइयों का मामला सामने आया। सप्लायर्स की जांच शुरू, ठेकेदार ब्लैकलिस्ट। नए टेंडर जल्द जारी होंगे। नागरिकों ने कड़ी जांच और कार्रवाई की मांग की है।
वसई, 5 जुलाई: वसई-विरार शहर महानगरपालिका (VVMC) के अंतर्गत अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में नकली दवाइयों की आपूर्ति का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह खुलासा होते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। जिन ठेकेदारों ने नकली दवाइयां सप्लाई की थीं, उन्हें तुरंत ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, और अब सभी दवाइयों के नमूनों की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मनपा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भक्ति चौधरी ने पुष्टि की कि स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों से दवा के सैंपल लेकर उनकी फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सख्त दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं और जल्द ही नई टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
नकली दवाओं से मरीजों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा उत्पन्न हुआ है, जिससे नागरिकों में नाराजगी बढ़ गई है। लोगों ने सवाल उठाया है कि सप्लाई से पहले दवाओं की गुणवत्ता की जांच क्यों नहीं की गई? आम जनता अब मांग कर रही है कि सिर्फ ठेकेदार ही नहीं, बल्कि संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
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