अयोध्या: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान करने आते हैं। इसी बीच, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित जल पुलिस (JAL Police Ayodhya) सरयू नदी में डूबने वाले लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभा रही है।
तीन साल में 450 से अधिक लोगों को बचाया:
पिछले तीन सालों में जल पुलिस ने लगभग 450 लोगों को डूबने से बचाया है। हाल के महीनों में ही लगभग 40 लोग गहरे पानी में जाने या पैर फिसलने के कारण डूबने लगे थे, जिन्हें जल पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाला। इसके अलावा, जल पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को पुराने सरयू पुल से कूदने से रोका और लगभग चार दर्जन पशुओं को नदी के बीच से बचाया है। यहां तक कि एक बार तो जल पुलिस ने एक मोर को भी नदी से बचाकर वन विभाग को सौंपा।
खोया हुआ सामान भी ढूंढती है जल पुलिस:
जल पुलिस न केवल लोगों को बचाती है बल्कि खोया हुआ सामान भी ढूंढकर लोगों को लौटाती है। पिछले कुछ समय में जल पुलिस ने कई मोबाइल फोन, एक चेक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ट्रेन टिकट और हजारों रुपये बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंपे हैं।
बिछड़े हुए लोगों को मिलाती है:
जल पुलिस अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को उनके अपनों से मिलाने में भी मदद करती है। कई बार श्रद्धालु अपने साथियों से बिछड़ जाते हैं, ऐसे में जल पुलिस उन्हें ढूंढकर उनके परिवार वालों से मिलाती है।
बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाती है:
जल पुलिस बीमार लोगों को भी अस्पताल पहुंचाकर उनकी मदद करती है।
जल पुलिस टीम:
जल पुलिस प्रभारी रूबे प्रताप मौर्य, कांस्टेबल नित्यानंद यादव, कांस्टेबल सुरेंद्र यादव और कांस्टेबल अवनीश मिश्रा इस टीम का हिस्सा हैं जो दिन-रात श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं।
निष्कर्ष:
अयोध्या में जल पुलिस श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित हो रही है। वे न केवल डूबने से लोगों को बचाती हैं बल्कि खोया हुआ सामान ढूंढने, बिछड़े लोगों को मिलाने और बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने में भी मदद करती हैं।
Jal Police Ayodhya : डूब रहे 3 युवकों की जल पुलिस ने बचाई जान