अप्रैल 2025 में योगेश कदम ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर इस परीक्षा को दोबारा शुरू करने की औपचारिक माँग की थी। अब सरकार ने इस पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए आधिकारिक घोषणा की है।
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2022 में बंद हुई थी परीक्षा
फरवरी 2022 में लिए गए सरकारी निर्णय के बाद से यह परीक्षा बंद कर दी गई थी। इससे विभागीय पदोन्नति पाने की इच्छा रखने वाले कई मेहनती और अनुभवी पुलिसकर्मियों का करियर ठहर गया था। पहले की परंपरा के अनुसार, कम से कम पाँच वर्ष की सेवा पूरी करने वाले पुलिस अधिकारी इस परीक्षा में बैठ सकते थे और सफल होने पर उन्हें PSI पद पर नियुक्ति मिलती थी।
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पदोन्नति का सुनहरा अवसर
आमतौर पर पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल से PSI पद तक पहुँचने का अवसर सेवा के अंतिम चरण में ही मिलता है। ऐसे में अधिकारी केवल दो-तीन साल ही PSI के रूप में सेवा दे पाते हैं। लेकिन विभागीय परीक्षा के माध्यम से यदि कोई जवान कम उम्र में ही पदोन्नति प्राप्त करता है, तो उसे अगले 20 से 25 वर्षों तक PSI और उससे ऊपर के पदों पर काम करने का अवसर मिल सकता है।
इससे न केवल युवाओं को करियर में आगे बढ़ने का रास्ता मिलेगा, बल्कि पुलिस विभाग में ऊर्जा, जोश और नई सोच के साथ कार्य करने वाले अधिकारी भी बढ़ेंगे।
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नवोदित PSI से विभाग में नई ऊर्जा
इस निर्णय से मेहनती, अनुभवी और युवा पुलिसकर्मियों के लिए PSI पद तक पहुँचने का मार्ग फिर से खुल गया है। पहले जहाँ उन्हें कई वर्षों तक इंतजार करना पड़ता था, अब विभागीय परीक्षा उनके करियर की प्रगति का साधन बनेगी। यह कदम विभाग में उत्साह और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ाएगा।
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मंत्री योगेश कदम का बयान
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने इस निर्णय पर कहा:“यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि पुलिस बल में कार्यरत मेहनती, कर्तव्यनिष्ठ और युवा पुलिसकर्मियों को अधिकारी बनने का अवसर मिले। सरकार का यह फैसला पुलिस विभाग में नई चेतना और जोश पैदा करेगा।”
योगेश कदम की पहल और सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया से अब PSI पद की ओर बढ़ने का रास्ता फिर से आसान हो गया है। यह कदम न केवल पुलिसकर्मियों को प्रेरित करेगा, बल्कि विभाग में नई कार्यसंस्कृति, ऊर्जा और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करेगा।
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