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Maharashtra Rains 2025: महाराष्ट्र में भारी बारिश का कहर: कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट, सड़कें बंद, जनजीवन प्रभावित

Maharashtra Rains 2025: महाराष्ट्र में भारी बारिश से हाहाकार, रत्नागिरी, सतारा, कोल्हापुर समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट; सड़कों पर दरारें, नदी चेतावनी स्तर पर, जनजीवन प्रभावित।

मुंबई, 17 जून 2025 — महाराष्ट्र में मॉनसून ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है और कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रत्नागिरी, पुणे घाट, सतारा घाट, कोल्हापुर घाट और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए अगले 24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश के चलते मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर और नासिक सहित कई जिलों में जलभराव और सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आई हैं।

24 घंटे में कहां कितनी बारिश हुई?

पिछले 24 घंटों में मुंबई उपनगरीय जिले में सबसे ज्यादा 83.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं ठाणे में 73.7 मिमी, मुंबई शहर में 62.9 मिमी, रायगढ़ में 54.1 मिमी और पालघर में 49.7 मिमी वर्षा हुई है। अन्य प्रमुख जिलों में रत्नागिरी 47.7, पुणे 11.9, सतारा 19.7, कोल्हापुर 17.8 और सिंधुदुर्ग 12.7 मिमी बारिश हुई है।

राज्यभर में बारिश का व्यापक असर

रत्नागिरी में जगबुडी नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। मुंबई-गोवा हाइवे पर खेड़ तालुका के वलंजवाड़ी क्षेत्र में सड़क पर दरारें पड़ने के कारण यातायात एकतरफा कर दिया गया है।

सतारा जिले में पाटन-चिपलून राष्ट्रीय राजमार्ग पर वैकल्पिक मार्ग पर जलभराव होने से रास्ता बंद कर दिया गया है। इसके चलते यातायात को नेरले, मानगांव, मनेरी होते हुए कोयनानगर की ओर मोड़ दिया गया है।

जनहानि और दुर्घटनाएं

बारिश के चलते कई जगहों पर जान-माल का नुकसान हुआ है। मुंबई उपनगरीय जिले में एक व्यक्ति डूबने से और एक व्यक्ति मिट्टी के ढेर में दबकर मारा गया है। पेड़ गिरने, दीवार और स्लैब गिरने से कुल सात लोग घायल हुए हैं। यवतमाल जिले में डूबने से एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई है, जबकि धुले जिले में दीवार गिरने से चार जानवरों की मौत हुई है।

राज्य प्रशासन की अपील

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने कहा है कि सभी जिलों में स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिन इलाकों में जलभराव, भूस्खलन या अन्य खतरे की संभावना है, वहां राहत व बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है।

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