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MBVV पुलिस छापेमारी: तेलंगाना में 12 हजार करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश

MBVV पुलिस ने 12 हजार करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी
MBVV पुलिस ने 12 हजार करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी

MBVV पुलिस ने तेलंगाना में 12 हजार करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई में 32 हजार लीटर रॉ ड्रग्स जब्त हुए और 13 आरोपी गिरफ्तार हुए। जांच में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े बड़े खुलासे सामने आए।

मीरा रोड,6 सितंबर: मीरा-भायंदर, वसई-विरार (MBVV) पुलिस कमिश्नरेट ने हाल ही में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में 12 हजार करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। शुरुआत में मात्र 200 ग्राम एमडी ड्रग्स की बरामदगी से शुरू हुई यह जांच धीरे-धीरे इतनी बड़ी हो गई कि पुलिस ने अंततः तेलंगाना में छिपी हुई पूरी फैक्ट्री का पता लगाकर 32 हजार लीटर रॉ ड्रग्स जब्त कर लिया।

  • फैक्ट्री से भारी मात्रा में ड्रग्स जब्त

तेलंगाना में पकड़ी गई इस फैक्ट्री से पुलिस ने 32,000 लीटर रॉ ड्रग्स बरामद किया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 12 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है। फैक्ट्री को पेशेवर तरीके से चलाया जा रहा था और यहां ड्रग्स उत्पादन के लिए कई तरह की केमिकल मशीनरी और उपकरण मिले हैं।

  • 13 आरोपी पुलिस के शिकंजे में

इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में फैक्ट्री से जुड़े लोग, सप्लाई चैन से जुड़े कारोबारी और मुख्य संचालक शामिल बताए जा रहे हैं। वहीं, कुछ और आरोपियों की तलाश अभी जारी है। पुलिस का मानना है कि यह एक अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का ड्रग्स रैकेट है, जिसके तार भारत के बाहर तक फैले हो सकते हैं।

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  • ऑपरेशन की शुरुआत कैसे हुई

कार्रवाई की शुरुआत तब हुई जब पुलिस ने स्थानीय स्तर पर एक युवक से 200 ग्राम एमडी ड्रग्स पकड़ा। जब गहराई से जांच की गई तो यह मामला सिर्फ छोटे पैमाने की तस्करी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पुलिस को इसके पीछे छिपे बड़े नेटवर्क का सुराग मिला। इसी सुराग के आधार पर जांच टीम ने लगातार छापेमारी की और आखिरकार तेलंगाना में स्थित फैक्ट्री तक पहुँच गई।

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झटका

एमडी ड्रग्स (मेथामफेटामाइन) की मांग विदेशों में काफी अधिक है और इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत ऊँची होती है। इसलिए, इस फैक्ट्री से तैयार ड्रग्स विदेशों में तस्करी किए जाने की आशंका जताई जा रही है। अगर यह ड्रग्स बाहर भेजी जाती, तो युवाओं के जीवन पर गहरा असर पड़ सकता था और समाज में अपराध का स्तर भी बढ़ सकता था।

  • पुलिस अधिकारियों का बयान

एमबीवीवी पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस के लिए ऐतिहासिक सफलता है। उन्होंने कहा कि “हमने न केवल ड्रग्स की एक बड़ी खेप को पकड़ा है बल्कि इस नेटवर्क को चलाने वाले मुख्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। आने वाले दिनों में इस तरह के रैकेट के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

इस बड़ी कार्रवाई से यह साबित होता है कि पुलिस अब सिर्फ छोटी खेप पकड़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि संगठित नेटवर्क तक पहुँचकर उनकी जड़ें काटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ नशामुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

👉 यह कार्रवाई न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है कि कैसे पुलिस ने स्थानीय स्तर से शुरू होकर एक हजारों करोड़ के ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया।

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