पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक के निर्देश पर डायल 112 में त्वरित एसएमएस सुविधा और गश्त निगरानी के लिए स्मार्ट ई-बीट ऐप शुरू किया गया है। अब नागरिकों को सहायता अधिकारी का नाम व संपर्क तुरंत मिलेगा और पुलिस गश्ती कार्य की रियल-टाइम निगरानी संभव होगी।
मीरा-भायंदर, 27 अगस्त: नवनियुक्त पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक ने कार्यभार संभालने के बाद आयुक्तालय की सभी गतिविधियों की समीक्षा की और नागरिकों को बेहतर सुविधा देने हेतु पुलिस कार्यप्रणाली को अद्यतन और सशक्त बनाने के निर्देश दिए। इन्हीं निर्देशों के तहत अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे ने कई सुधार लागू किए हैं।
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डायल 112 प्रणाली में बड़ा सुधार
पहले डायल 112 पर कॉल करने वाले नागरिक को यह पता नहीं चलता था कि सहायता के लिए कौन पुलिस अधिकारी भेजा गया है। अब नई सुविधा के तहत कॉल करने वाले को तुरंत एक एसएमएस मिलेगा जिसमें शिकायत दर्ज होने का नंबर होगा। इसके कुछ ही क्षणों बाद, नियुक्त पुलिस अधिकारी का नाम, पदनाम और संपर्क नंबर भी स्वचालित एसएमएस से भेजा जाएगा। इससे नागरिक और पुलिस अधिकारी के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा और त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
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गश्त निगरानी प्रणाली का सशक्तीकरण
गश्त को आधुनिक बनाने के लिए चित मार्शलों के लिए स्मार्ट ई-बीट कंप्यूटर ऐप लॉन्च किया गया है। संवेदनशील और भीड़-भाड़ वाले स्थानों को जियो-कोड किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पुलिसकर्मी निर्धारित समय पर निर्धारित स्थान पर मौजूद हैं या नहीं। प्रत्येक पुलिस थाने में इसके लिए डैशबोर्ड सिस्टम स्थापित किया गया है, जिसकी मदद से प्रभारी अधिकारी वास्तविक समय में गश्त की निगरानी कर सकते हैं।
यह सुविधा महाराष्ट्र में पहली बार मीरा-भायंदर, वसई विरार पुलिस आयुक्तालय में लागू की गई है और इसे पुलिस सेवाओं में तकनीकी प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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