मीरा रोड, 3 जुलाई 2025: महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर बढ़ती असहिष्णुता और हालिया हिंसक घटनाओं के खिलाफ मीरा रोड के व्यापारियों ने आज सामूहिक रूप से बाजार बंद रखने का निर्णय लिया। यह विरोध महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा एक गुजराती रेस्टोरेंट मालिक पर हमले के बाद सामने आया है, जिसने कथित तौर पर मराठी बोलने से इनकार कर दिया था।
🚫 शहर में सन्नाटा, दुकानदार डरे
मीरा रोड के अधिकतर व्यावसायिक प्रतिष्ठान, दुकानें और बाजार आज बंद रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और व्यापारी अपने-अपने प्रतिष्ठानों से दूर रहे। लोग इस भय के माहौल में बाहर निकलने से बचते दिखे।
🗣️ व्यापारियों की पीड़ा: व्यापार, सम्मान और जान—तीनों खतरे में
व्यापारियों का कहना है कि
“हमें मराठी से कोई विरोध नहीं है, हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन किसी भाषा को जबरन थोपना और उसके नाम पर हिंसा करना अस्वीकार्य है। अब बात व्यापार की नहीं, सम्मान और सुरक्षा की है।”
वे इस बंदी के माध्यम से सरकार और प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई व्यापारी या आम नागरिक भाषा के नाम पर शिकार न हो।
🔴 क्या है मामला?
बीते सप्ताह मीरा रोड में मनसे कार्यकर्ताओं ने एक गुजराती रेस्टोरेंट के मालिक पर इसलिए हमला किया, क्योंकि उसने मराठी में बात नहीं की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे सामाजिक तनाव और डर का माहौल बन गया।
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