मीरारोड (01 जुलाई 2025): मिरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत कार्यरत खंडणी विरोधी पथक (Crime Branch) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने फर्जी नाम पर सिमकार्ड एक्टिवेट कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मुख्य आरोपी रेहान अमीर खान (40) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अनुज साळवी और उसके सहयोगी ग्राहकों के केवाईसी दस्तावेज लेकर कई सिमकार्ड एक्टिवेट कर लेते थे और फिर वही सिमकार्ड अन्य संदिग्ध व्यक्तियों को बड़ी कीमत पर बेच देते थे। ऐसे सिमकार्ड आतंकी गतिविधियों, साइबर फ्रॉड और ड्रग तस्करी जैसे अपराधों में इस्तेमाल होने की आशंका जताई गई है।
गुप्त सूचना के आधार पर सहा. पो. नि. विजयेंद्र आंबवडे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने 28 जून को काशिमीरा क्षेत्र में जाल बिछाया और रेहान को रंगेहाथ पकड़ लिया। तलाशी में उसके पास से:
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42 एक्टिव सिमकार्ड
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11 मोबाइल फोन
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₹1,40,000 मूल्य का सामग्री बरामद की गई।
इस मामले में काशिमीरा पुलिस स्टेशन में FIR संख्या 290/2025 दर्ज की गई है, IPC (BNS) की धाराएं 316(2), 318(4), 3(5) लगाई गई हैं।
आयुक्त मधुकर पांडे, अप. आयुक्त दत्तात्रय शिंदे, गुन्हे शाखा डीसीपी अविनाश अंबुरे व अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। साथ ही साइबर पुलिस स्टेशन के सपोनि संतोष चव्हाण व खंडणी विरोधी पथक की टीम का भी उल्लेखनीय योगदान रहा।
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