मुंबई में 27 अगस्त से 6 सितंबर तक गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। सुरक्षा हेतु 18 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात, विसर्जन के लिए विशेष बंदोबस्त की तैयारी।
मुंबई, 25 अगस्त : हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुंबई में 27 अगस्त 2025 से 6 सितंबर 2025 तक गणेशोत्सव का पर्व बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाएगा। पूरे शहर में सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा आकर्षक सजावट, भव्य झाँकियाँ तथा विविध धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन गणेश मंडपों और पंडालों में दर्शन हेतु बड़ी संख्या में पहुँचते हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई पुलिस बल ने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र व्यापक बंदोबस्त की योजना बनाई है। पुलिस आयुक्त, बृहन्मुंबई के मार्गदर्शन में तथा पुलिस सह आयुक्त (कायदा व सुव्यवस्था) की देखरेख में विशेष पुलिस तैनाती की जाएगी।
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पुलिस बंदोबस्त की रूपरेखा
गणेशोत्सव के दौरान शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और यातायात नियंत्रण के लिए पुलिस विभाग की ओर से भारी संख्या में जवान तैनात किए जा रहे हैं। इसमें 36 पुलिस उपायुक्त, 51 सहायक पुलिस आयुक्त, 2637 पुलिस अधिकारी और लगभग 14,430 पुलिस कर्मचारी शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त, संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा के लिए आर.पी.एफ, एस.आर.पी.एफ, त्वरित प्रतिसाद पथक, दंगा नियंत्रण पथक, डेल्टा, कॉम्बैट दल और होमगार्ड की भी नियुक्ति की जाएगी। विशेष रूप से गणेश विसर्जन के अवसर पर अलग से अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे।
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पुलिस की अपील
मुंबई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर संयम और धैर्य रखें तथा पुलिस का सहयोग करें। किसी भी संदिग्ध या लावारिस वस्तु की तुरंत पुलिस को सूचना दें। साथ ही, नागरिकों से अपेक्षा की गई है कि वे सभी नियमों और सुरक्षा निर्देशों का पालन करते हुए गणेशोत्सव को उत्साह और उल्लास के साथ मनाएँ।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सुदृढ़ है और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए बल पूरी तरह तैयार है। तात्कालिक मदद के लिए नागरिक पुलिस हेल्पलाइन 100/112 पर संपर्क कर सकते हैं।
मुंबई पुलिस का संदेश स्पष्ट है – “गणेशोत्सव सबका है, इसे सुरक्षित और आनंदमय बनाने में नागरिक और पुलिस दोनों का समान सहयोग आवश्यक है।”