नागपुर के शांतीनगर में पैसों के विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। हथियारबंद युवकों ने 20 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ कर दहशत फैलाई। गणेशोत्सव कार्यक्रम बाधित हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
नागपुर, 5 सितंबर: नागपुर के शांतीनगर पुलिस थाने की सीमा में बुधवार रात एक हिंसक घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। पैसों के विवाद से शुरू हुई बहस देखते ही देखते बड़े उपद्रव में बदल गई, जिसमें 20 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
-
विवाद से हिंसा तक
जानकारी के अनुसार, शैलेश नामक एक युवक का कुछ युवकों से पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। बुधवार रात यह विवाद अचानक बढ़ गया और आरोपियों ने शैलेश की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान बस्ती के अन्य युवकों ने बीच-बचाव करते हुए आरोपियों को डांटकर मौके से भगा दिया।
हालाँकि, कुछ देर बाद आरोपियों ने बदला लेने का इरादा किया और करीब 15 से 20 युवक हथियार लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। गुस्साए युवकों ने इलाके की सड़कों पर खड़ी गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की।
-
गणेशोत्सव कार्यक्रम में खलल
घटना के समय इलाके में गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में महाप्रसाद और अन्य धार्मिक कार्यक्रम चल रहे थे। अचानक हुए इस हमले और तोड़फोड़ से भक्तों और स्थानीय नागरिकों में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस बवाल से उत्सव का माहौल बिगड़ गया और पूरे इलाके में भय का वातावरण बन गया।
सोलापुर: IPS अधिकारी अंजली कृष्णा और डिप्टी CM अजित पवार के बीच तीखी बहस,वीडियो वायरल
-
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही शांतीनगर पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और हालात को काबू में लिया। गुरुवार शाम तक पुलिस ने इस मामले में 17 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ आरोपी कुख्यात अपराधियों के गिरोह से जुड़े हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शेष फरार आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। तोड़फोड़ में शामिल युवकों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
-
नागरिकों में दहशत, पुलिस पर सवाल
लगातार बढ़ते अपराध और गैंगवार जैसी घटनाओं से शांतीनगर और आसपास के इलाके के नागरिक डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि गणेशोत्सव जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान इस तरह की घटनाएँ बेहद चिंताजनक हैं।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस गश्त बढ़ाने और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
पैसों के विवाद से शुरू हुई यह घटना न केवल हिंसा और तोड़फोड़ तक पहुँची, बल्कि इलाके में शांति व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर गई। हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है। फिलहाल इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि गणेशोत्सव के कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकें।
महाराष्ट्र: शिरपुर के बलदे गाँव में बंदर का इंसानों की तरह अंतिम संस्कार और दशक्रिया अनुष्ठान