नायगांव के श्री बालाजी मित्र मंडल गणेश पंडाल में अश्लील नृत्य और फिल्मी गानों की घटना पर पुलिस ने FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई शुरू की। मेट्रो सिटी समाचार ने मामले को प्रमुखता से उजागर किया।
वसई,2 सितंबर: मेट्रोसिटी समाचार ने नायगांव के करमडपाड़ा, चिंचोटी क्षेत्र में स्थित श्री बालाजी मित्र मंडल के गणेश पंडाल में हुई विवादास्पद घटना को प्रमुखता से उजागर किया। पंडाल में कुछ व्यक्तियों ने अश्लील फिल्मी गाने बजाए और किन्नरों से फूहड़ नृत्य करवाया। इस कृत्य से श्रद्धालुओं और सनातनी हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएँ गंभीर रूप से आहत हुईं।
-
धार्मिक गरिमा को ठेस
गणेशोत्सव जैसे पवित्र और सांस्कृतिक पर्व के दौरान इस प्रकार की गतिविधि न केवल आयोजन की गरिमा को ठेस पहुँचाती है, बल्कि यह समाज में गलत संदेश भी फैलाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कार्य सार्वजनिक अश्लीलता फैलाने और धार्मिक भावनाओं का अपमान करने जैसा है।
-
कानूनी पहलू
इस मामले को लेकर यह मांग उठी कि आयोजकों और जिम्मेदार व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। प्रकरण भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला कृत्य) और अन्य संबंधित धाराओं के अंतर्गत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।
गणेशोत्सव में मूर्तियों की तस्वीरों पर लगी रोक का आदेश निरस्त, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मिली राहत
-
मीडिया की भूमिका
इस प्रकरण का वीडियो समाचार चैनल मेट्रो सिटी समाचार पर प्रसारित हुआ। वीडियो सामने आने के बाद हिंदुवादी संगठनों ने गंभीर आपत्ति जताई और तुरंत कार्रवाई की मांग तेज़ कर दी। जनभावनाओं से जुड़े इस मुद्दे को मेट्रो सिटी समाचार द्वारा प्रमुखता से उठाने के बाद मामला तेजी से सुर्खियों में आया।
-
पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए नायगांव पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे।
-
जनता और समाज पर असर
इस घटना से यह स्पष्ट हुआ कि धार्मिक आयोजनों की पवित्रता और सामाजिक आस्था की सुरक्षा बेहद आवश्यक है। पुलिस की कार्रवाई से स्थानीय नागरिकों और संगठनों ने राहत की सांस ली। लोगों ने अपील की कि भविष्य में ऐसे आयोजनों पर निगरानी और सख्ती बढ़ाई जाए ताकि गणेशोत्सव जैसे पवित्र पर्व की गरिमा बनी रहे।
नायगांव गणेश पंडाल विवाद ने यह साबित किया कि समाज और मीडिया की सजगता से किसी भी अव्यवस्था के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जा सकती है। मेट्रो सिटी समाचार ने इस मामले को प्रमुखता से उठाकर न केवल धार्मिक भावनाओं की रक्षा की, बल्कि प्रशासन को तुरंत कार्रवाई के लिए भी प्रेरित किया।
नवरघर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 12.55 लाख का एमडी मादक पदार्थ जब्त