गणेशोत्सव से पहले पालघर की जर्जर सड़कों और खतरनाक पुलों को लेकर शिवसेना (UBT) ने चेतावनी दी है कि अगर मरम्मत नहीं हुई तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
पालघर, 21 अगस्त:शिवसेना (UBT) ने पालघर जिले में खस्ताहाल सड़कों, गहरे गड्ढों और असुरक्षित पुलों को लेकर आक्रामक रुख अपनाया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि अगर गणेश चतुर्थी से पहले इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे सड़कों पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगे। इस संदर्भ में पार्टी नेताओं ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यकारी अभियंता महेंद्र किणी से मुलाकात कर खराब सड़कों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और तत्काल सुधार की मांग रखी।
भले ही पालघर जिले में बुलेट ट्रेन, मुंबई-बड़ोदा एक्सप्रेसवे, वधन पोर्ट, मुर्बे जेटी, मुंबई-अहमदाबाद हाईवे और रिलायंस टेक्सटाइल पार्क जैसी कई बड़ी विकास परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन जिले की मूलभूत सड़कें आज भी जर्जर अवस्था में हैं। वर्ष 2014 में जिले का गठन हुआ था, लेकिन लगभग एक दशक बाद भी संपूर्ण विकास का अभाव स्पष्ट दिखाई देता है।
सड़कों की खराब हालत और अधूरी कंक्रीटिंग का सीधा असर छात्रों, एम्बुलेंस और आम यात्रियों पर पड़ रहा है। कई स्थानों पर लोग मुंबई तक पहुँचने में 4 से 5 घंटे बर्बाद कर रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। स्थानीय शिवसेना नेता अजय ठाकुर और अनुप पाटिल ने कहा है कि यदि जल्द सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ तो पार्टी गणेशोत्सव से पहले उग्र प्रदर्शन करेगी।
इस बैठक के दौरान उधवा-धुंदलवाड़ी मार्ग, चिंचणी क्षेत्र की सड़कें, सफाले-विराई मार्ग के गहरे गड्ढे और पारगांव पुल की खतरनाक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। शिवसेना (UBT) ने इन इलाकों की सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत करने की माँग रखी है। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपील की है कि वे मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर रुके हुए कंक्रीटिंग कार्य को तुरंत शुरू कराएं और सड़क मरम्मत के काम में तेजी लाएं।
गणेश चतुर्थी से पहले मुंबई-गोवा हाईवे पर विशाल गड्ढों ने बढ़ाई यात्रा और सुरक्षा की चिंता