🏗️ पालघर में खतरे की कगार पर 90 से ज़्यादा पुल, ग्रामीणों की जान जोखिम में
📍 स्थान: पालघर, बोईसर
🗓️ तारीख: 25 जून 2025
🖋️ रिपोर्ट: Metro City Samachar
🌉 सूर्या नहर पर बने पुल बन रहे जानलेवा खतरा
पालघर जिले के बोईसर क्षेत्र में स्थित सूर्या बांध परियोजना के अंतर्गत बनी नहरों पर बने 90 से अधिक पुल अब गंभीर जर्जर हालत में हैं। ये पुल कभी ग्रामीणों के जीवन की “लाइफ़लाइन” माने जाते थे, लेकिन अब वे गिरने की कगार पर हैं और किसी भी वक्त एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।
📌 इन पुलों पर है गांवों का सीधा निर्भरता
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सूर्या बांध की दोनों ओर की नहरें करीब 65 गांवों से होकर गुजरती हैं।
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इनपर बने पुलों की संख्या लगभग 90 से 95 है।
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यही पुल गांवों को स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी और बाज़ार से जोड़ते हैं।
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गर्मियों और मानसून में जब नहरों में पानी भर जाता है, तो यही पुल जीवन रेखा बन जाते हैं।
⚠️ शिगाव गांव में सबसे गंभीर स्थिति
शिगाव के बेलपाडा इलाके में सूर्या नहर पर बने दो छोटे पुल अब पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
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लगभग 600 ग्रामीण हर दिन इन्हीं पुलों से आना-जाना करते हैं।
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स्थानीय नागरिकों का कहना है कि “अगर ये पुल अचानक गिर गए तो गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट जाएगा।“
📢 ग्रामीणों की मांग: तुरंत हो कार्रवाई
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने:
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सिंचाई विभाग से तुरंत सर्वे और जांच की मांग की है।
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जर्जर पुलों को दुरुस्त करने या नए पुल बनाने की अपील की है।
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प्रशासन को चेताया है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो बड़ी दुर्घटना होना तय है।
🙏 सरकार से निवेदन: जीवन से न हो समझौता
ग्रामीणों ने राज्य सरकार और सिंचाई विभाग से अपील की है कि:
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नहरों पर नए और मजबूत पुलों का निर्माण प्राथमिकता से किया जाए।
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ग्रामीणों की सुरक्षा को नजरअंदाज न किया जाए।
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