पालघर जिले में 27 अगस्त से 6 सितंबर तक श्रीगणेशोत्सव, गौरी उत्सव और ईद-ए-मिलाद बड़े उत्साह के साथ मनाए जाएंगे। इन प्रमुख त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पालघर पुलिस दल ने व्यापक बंदोबस्त और विशेष सुरक्षा उपाय लागू किए हैं।
पालघर, 24 अगस्त: पालघर जिले में श्रीगणेशोत्सव, गौरी उत्सव और ईद-ए-मिलाद धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। 27 अगस्त से 6 सितंबर 2025 तक शहर में श्रीगणेशोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें इस बार जिले भर में कुल 9776 निजी और 1912 सार्वजनिक गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। इसके अतिरिक्त, 704 निजी तथा 142 सार्वजनिक गौरी उत्सव भी आयोजित होंगे। ईद-ए-मिलाद का त्योहार 5 सितंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। यह त्योहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि जिले की सामाजिक सामंजस्य और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करते हैं।
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पालघर पुलिस दल की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने की रणनीति
इन महत्वपूर्ण त्योहारों को देखते हुए पालघर पुलिस दल ने किसी भी अप्रिय घटना या कानून व्यवस्था की विघटन की रोकथाम के लिए विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। इसके तहत जिले में 1 अपर पुलिस अधीक्षक, 4 पुलिस उप अधीक्षक, 67 पुलिस अधिकारी, 732 पुलिस कर्मी, 500 होमगार्ड, 50 ट्रैफिक अधिकारी, उप-विभागीय पुलिस अधिकारी, 4 स्ट्राइकिंग फोर्स, 2 दंगल नियंत्रण टीम, 2 त्वरित प्रतिक्रिया दल और 1 राज्य आरक्षित पुलिस दल की टुकड़ी तैनात की जाएगी। यह व्यापक व्यवस्था किसी भी तरह की सामाजिक अशांति, भीड़ नियंत्रण तथा आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगी।
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पुलिस अधीक्षक का संदेश और नागरिकों से सहयोग की अपील
पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख ने आगामी त्योहारों के मौके पर सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण उत्सव मनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि त्योहारों की खुशी को बनाए रखने के लिए सभी को कानून का पालन करना आवश्यक है और पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पुलिस दल पूरी तत्परता के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखेगा ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो और सभी श्रद्धालु एवं नागरिक सुरक्षित वातावरण में त्योहारों का आनंद उठा सकें।
पालघर पुलिस दल की यह तैयारी जिले में धार्मिक उत्सवों के दौरान शांति, सुरक्षा और सुव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इन त्योहारों के अवसर पर नागरिकों का सहयोग एवं संयम सभी के लिए सुखद एवं सुरक्षित उत्सव का मार्ग प्रशस्त करेगा।