पालघर जिले में हालिया भारी बारिश से स्लम क्षेत्रों में व्यापक नुकसान हुआ है। एड. गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने पालघर जिलाधिकारी और महानगरपालिका आयुक्त को पत्र लिखकर पीड़ितों को तुरंत आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।
पालघर, 22 अगस्त: हाल ही में पालघर जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने जिले के अनेक स्लम इलाकों को प्रभावित किया है। नालासोपारा पूर्व, वसई पूर्व सहित दर्जनों बस्तियों में घरों में पानी घुस गया, जिससे नागरिकों का घरेलू सामान, फर्नीचर और अन्य ज़रूरी वस्तुएं पूरी तरह नष्ट हो गईं। बारिश के चलते हालात इतने बिगड़े कि कई परिवारों को अस्थायी शिविरों या रिश्तेदारों के यहां शरण लेनी पड़ी। इस प्राकृतिक आपदा ने विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों की कमर तोड़ दी है, जो पहले से ही दैनिक मजदूरी पर निर्भर थे।
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विस्तृत क्षेत्रीय नुकसान की जानकारी प्रशासन को
एडवोकेट गंगेश्वरलाल अ. श्रीवास्तव (संजू), जो शक्ति जनहित मंच के संस्थापक और भाजपा के उपाध्यक्ष हैं, ने इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन को एक विस्तृत पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने नालासोपारा पूर्व के भक्ति धाम, ॐ नगर, ठाकुर नगर, तुलसी नगर, हवाई पाड़ा टेकड़ी, धनंजय कंपाउंड, सीताराम नगर, श्रीराम नगर सहित दर्जनों प्रभावित बस्तियों का नाम लेते हुए जमीनी हालात से प्रशासन को अवगत कराया है। इसके अलावा वसई पूर्व के भोईदा पाड़ा, गोखीवरे, सातीवली और धुमाल नगर जैसी जगहों को भी चिह्नित किया गया है, जहां जलजमाव और संपत्ति का नुकसान बहुत अधिक हुआ है।
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आर्थिक सहायता की मांग के पीछे सामाजिक जिम्मेदारी
पत्र में श्रीवास्तव ने इस बात पर जोर दिया है कि बारिश से प्रभावित नागरिकों को तात्कालिक राहत की आवश्यकता है। उनका कहना है कि शासन द्वारा घोषित आपदा राहत कोष से इन नागरिकों को सीधे आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए, ताकि वे अपनी टूटी-फूटी झोपड़ियों की मरम्मत कर सकें और बुनियादी जीवन फिर से शुरू कर सकें। यह मांग केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी के तहत की गई है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों को तत्काल राहत मिल सके। साथ ही, उन्होंने यह भी अपील की है कि नुकसान का सर्वेक्षण तेज़ी से किया जाए और पीड़ितों को राहत वितरण में पारदर्शिता रखी जाए।
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प्रशासनिक पहल की उम्मीद, राहत की राह देखते लोग
पालघर जिलाधिकारी और वसई विरार महानगरपालिका आयुक्त को संबोधित इस पत्र में जनहित को केंद्र में रखते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। एड. श्रीवास्तव ने भरोसा जताया है कि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई करेगा और राहत प्रक्रिया में तेजी लाएगा। उनका कहना है कि सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया से इन गरीब और संकटग्रस्त परिवारों को मानसिक और आर्थिक संबल मिलेगा। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मांग पर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है और ग्राउंड लेवल पर वास्तविक सहायता कैसे पहुंचती है।
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