रत्नागिरी, पुणे घाट, सातारा घाट, कोल्हापूर घाट और सिंधुदुर्ग के लिए अगले २४ घंटे में ऑरेंज अलर्ट, राज्य आपात्कालीन कार्य केंद्र ने जारी की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी २४ घंटों के लिए रत्नागिरी, पुणे घाट, सातारा घाट, कोल्हापूर घाट और सिंधुदुर्ग जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि रायगड जिला रेड अलर्ट की श्रेणी में रखा गया है । इन क्षेत्रों में भारी से अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है, जिससे सड़क बंद, भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदा की आशंका बनी हुई है।
पिछले २४ घंटों में बारिश दर्ज की गई
पिछले २४ घंटों में मुंबई के उपनगर में ८३.४ मिमी, ठाणे में ७३.७ मिमी, मुंबई शहर में ६२.९ मिमी, रायगड में ५४.१ मिमी और पालघर में ४९.७ मिमी बारिश दर्ज की गई है । कोकण तटवर्ती इलाकों में रत्नागिरी का पावरवाडी स्टेशन खास तौर पर १८० मिमी बारिश के साथ सबसे अधिक प्रभावित हुआ है ।
रत्नागिरी में जगबुडी नदी इशारा स्तर पर पहुंच चुकी है, जिसके मद्देनजर जिल्हा प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है । वहीं, वळंजवडी में भेगा गिरने से मुंबई–गोवा महामार्ग एकत्रित वाहनों के लिए एकमार्गीय हो गया है। सातारा के पाटण–चिपळूण मार्ग पर भूस्खलन व जल भंडारण से यातायात बाधित हुआ है, और वाहनों को नेरळे–माणगाव–मणेरी–चाफेर–संगमनगर–कोयनानगर रूट पर मोड़ दिया गया है।
मुंबई उपनगर में भारी बारिश की वजह से एक व्यक्ति डूबकर जबकि एक व्यक्ति माटी के नीचे दबने से मृत पाया गया। इसके अलावा झाड़ गिरी, स्लैब और भिंत गिरने से कुल सात लोग जख्मी हुए हैं । यवतमाळ में भी एक व्यक्ति की डूबने से मौत हुई, और धुळे जिले में चार पशुओं की दीवार गिरने से जान गयी—जानकारी SEOC (State Emergency Operations Center) ने दी है।
आपातकालीन सेवाएं जैसे NDRF और SDRF सक्रिय रूप से तैनात की गई हैं, क्योकि IMD ने सिद्ध किया है कि घाटी व कोकण में अगली ३–४ दिन भारी बारिश जारी रहेगी । SEOC ने नागरिकों को अशक्त मौसम में अनावश्यक बाहर निकलने से बचने, नदी-नालों से दूर रहने और प्रशासन द्वारा बताये गए स्थानों पर रहने की सख्त सलाह दी है।
✅ नागरिक ध्यान दें:
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घर पर रहें – केवल अत्यावश्यक कार्य में ही बाहर निकलें।
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नदी-नालों से दूरी बनाए रखें – अचानक बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
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सड़क यात्रा के लिए आधिकारिक मार्ग ही चुनें – धोकादायक क्षेत्र से दूर रहें।
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आपातकालीन नंबर हमेशा तैयार रखें – स्थानिक प्रशासन, NDRF व SDRF की सूचना रखें।
कोकण व पहाड़ी जिलों में जारी ऑरेंज एवं रेड अलर्ट के बीच, मौसम विभाग व आपदा प्रबंध ने घरों में सुरक्षा साधने के निर्देश दिए हैं। नदी-नाला व मार्ग प्रभावित हो सकते हैं, आपातकालीन सेवा सुरक्षा से जुड़ी हुई है।