महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने राजभवन, मुंबई में शाडू मिट्टी से बनी पर्यावरण अनुकूल गणेश प्रतिमा का कृत्रिम तालाब में विसर्जन किया। नासिक जेल बंदियों द्वारा निर्मित मूर्ति ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मुंबई, 31 अगस्त: महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन के आवास राजभवन में स्थापित पर्यावरण अनुकूल गणेश प्रतिमा का रविवार को विधि-विधान के साथ कृत्रिम तालाब में विसर्जन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने परिवारजनों, अधिकारियों, कर्मचारियों और अतिथियों के साथ मिलकर भगवान गणेश की आरती उतारी और ज्ञान के देवता को भावपूर्ण विदाई दी। इसके बाद उन्होंने स्वयं सुसज्जित कृत्रिम तालाब में गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया।
-
पर्यावरण के प्रति संवेदनशील पहल
राज्यपाल निवास पर स्थापित गणेश प्रतिमा पूरी तरह शाडू मिट्टी से निर्मित थी। विशेष बात यह रही कि यह प्रतिमा नासिक जेल के बंदियों द्वारा बनाई गई थी। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना था, बल्कि कैदियों की कला और श्रम को सम्मान देना भी था।
-
5-दिवसीय उत्सव का समापन
राजभवन में स्थापित यह गणेश प्रतिमा पाँच दिनों तक पूजित की गई। पूरे उत्सव के दौरान राजभवन परिसर भक्ति और सांस्कृतिक माहौल से गूंजता रहा। रविवार को विसर्जन के अवसर पर पूरा परिसर श्रद्धा और भावनाओं से सराबोर हो गया। राज्यपाल ने इस मौके पर सभी को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
पालघर पुलिस का विशेष अभियान: 16 थानों में नाकाबंदी, अपराधियों पर शिकंजा
-
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नर्नवरे, उप सचिव एस. रामामूर्ति, इस्कॉन के गौरांग दास सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर पारंपरिक रीति-रिवाजों से आरती की और उत्सव को श्रद्धापूर्वक सम्पन्न किया।
-
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा कि शाडू मिट्टी की प्रतिमा का कृत्रिम तालाब में विसर्जन न केवल पर्यावरण को बचाने की दिशा में कदम है, बल्कि समुद्र और प्राकृतिक जलस्रोतों को प्रदूषण से मुक्त रखने का प्रयास भी है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे गणेशोत्सव में पर्यावरण अनुकूल मूर्तियों का उपयोग करें और जलस्रोतों को सुरक्षित रखने में सहयोग दें।
वसई-विरार नगर निगम ने रमाबाई अपार्टमेंट दुर्घटना प्रभावितों को दी राहत और आर्थिक सहायता