मुंबई – चर्चगेट स्थित आकाशवाणी एमएलए निवास की कैंटीन में परोसे गए बासी खाने को लेकर शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा की गई मारपीट का मामला अब गंभीर मोड़ ले चुका है। महाराष्ट्र सरकार के फूड एंड ड्रग्स विभाग (FDA) ने कैंटीन संचालक अजंता कैटरर्स का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
यह कार्रवाई बुधवार, 9 जुलाई 2025 को खाने के सैंपल लिए जाने और बार-बार खराब गुणवत्ता की शिकायतों के बाद की गई। रिपोर्ट में साफ हुआ कि कैंटीन का खाना स्वास्थ्य मानकों पर खरा नहीं उतरा।
विधायक का पक्ष – “खाना बासी था, कई बार की थी शिकायत”
बुलढाणा के विधायक संजय गायकवाड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“खाना पूरी तरह बासी और अस्वास्थ्यकर था। मैंने पहले भी कई बार इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
जब उनसे उनके आक्रामक व्यवहार पर सवाल किया गया, तो उन्होंने साफ कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है।
“मैं मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम से मिलकर अगर कोई नाराजगी है तो दूर करूंगा,” – उन्होंने कहा।
सरकार और विपक्ष की प्रतिक्रिया
विधायक के इस व्यवहार की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे दोनों ने आलोचना की है। फडणवीस ने कहा –
“एक जनप्रतिनिधि का ऐसा बर्ताव पूरे विधायकों की छवि को नुकसान पहुंचाता है।”
यह मामला अब महाराष्ट्र विधान परिषद तक पहुंच चुका है। उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों ने इसे सरकार की विफलता बताया और ठाकरे ने कहा –
“क्या यह मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश है? उन्हें सतर्क रहना चाहिए।”
मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे शिवसेना और राज्य सरकार दोनों पर दबाव बढ़ गया है।
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