मालेगांव ब्लास्ट केस पर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के विवादित बयान के खिलाफ शिवसेना ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर माफी की मांग की।
मुंबई,2 अगस्त: मालेगांव ब्लास्ट केस में कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के बयान से राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। चव्हाण द्वारा “भगवा आतंकवाद” शब्द की जगह “हिंदू आतंकवाद” शब्द इस्तेमाल करने की सलाह दिए जाने के बाद शनिवार को मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
🔥 बयान ने क्यों भड़काया विवाद?
पृथ्वीराज चव्हाण ने मीडिया से कहा: “भगवा आतंकवाद कहना गलत है, क्योंकि भगवा रंग छत्रपति शिवाजी महाराज और वारकरी संप्रदाय जैसे सांस्कृतिक प्रतीकों से जुड़ा है। इसकी जगह ‘हिंदू आतंकवाद’ या ‘हिंदू कट्टरपंथ’ जैसे शब्द अधिक उपयुक्त हैं।”
इस बयान के बाद शिवसेना सहित कई हिंदुत्व संगठनों में नाराजगी फैल गई। शिवसेना, जो खुद महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी है, ने इस बयान को हिंदू आस्था पर हमला बताते हुए प्रिथ्वीराज चव्हाण से माफी की मांग की।
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🪧 शिवसेना का प्रदर्शन
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स्थान: कांग्रेस कार्यालय, मुंबई
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प्रदर्शनकारी: शिवसेना युवा इकाई और पार्टी कार्यकर्ता
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मांग: चव्हाण सार्वजनिक रूप से माफी मांगें
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नारा: “हिंदू आस्था का अपमान नहीं सहेंगे”
शिवसेना नेताओं ने कांग्रेस पर “बार-बार हिंदू धर्म को निशाना बनाने” का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसे बयान दोहराए गए, तो जनता का असंतोष और भड़केगा।
🗳️ चुनावी असर की आशंका
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह विवाद आने वाले चुनावों में गठबंधन की सेहत पर असर डाल सकता है। शिवसेना और कांग्रेस के बीच विचारधारात्मक मतभेद एक बार फिर सतह पर आ गए हैं।
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