मुंबई, 4 जुलाई 2025: शिवसेना के प्रतिष्ठित ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिन्ह को लेकर एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच चल रही कानूनी जंग अब निर्णायक मोड़ पर आ पहुंची है। सुप्रीम कोर्ट 16 जुलाई को इस बहुचर्चित मामले पर फैसला सुनाने वाला है, जिसे महाराष्ट्र की राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ के तौर पर देखा जा रहा है।
🏛️ चुनाव आयोग का फैसला और सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई
17 फरवरी 2023 को चुनाव आयोग ने फैसला सुनाते हुए शिंदे गुट को “असली शिवसेना” माना और ‘धनुष-बाण‘ चिन्ह उन्हें सौंप दिया था। इस निर्णय के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
हाल ही में, 2 जुलाई को छुट्टीकालीन पीठ के सामने उद्धव गुट ने यह मांग रखी कि स्थानीय निकाय चुनाव नजदीक होने के कारण इस मामले की सुनवाई जल्द हो, लेकिन कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अब अगली सुनवाई निर्धारित तिथि 16 जुलाई 2025 को ही होगी।
🔥 राजनीतिक विरासत का सवाल
यह फैसला केवल चुनाव चिन्ह या गुटबाजी से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह शिवसेना की राजनीतिक विरासत, पहचान और भविष्य की दिशा तय करने वाला है। क्या ठाकरे परिवार को उनका पारंपरिक चुनाव चिन्ह वापस मिलेगा? या शिंदे गुट की दावेदारी बनी रहेगी? इस पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं।
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