Thane News: ठाणे के टेंभी नाका क्षेत्र में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. बिनू वर्गीज की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर महिला को रंगेहाथ पकड़ा।
ठाणे, 25 जुलाई: ठाणे शहर के टेंभी नाका क्षेत्र में नकली जन्म और स्कूल छोड़ने के प्रमाणपत्र बनाने वाले एक संगठित रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। यह कार्रवाई समाजसेवी डॉ. बिनू वर्गीज की सतर्कता के चलते संभव हो पाई।
🎯 छापेमारी ऐसे हुई
डॉ. बिनू वर्गीज को आनंद दिघे आश्रम के पीछे स्थित ‘पारस ग्राफिक्स, कंप्यूटर टायपिंग और ज़ेरॉक्स सेंटर’ पर चल रही संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली। उन्होंने यह सूचना जोन-1 के DCP सुभाष भुर्से को दी। तत्पश्चात, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भरत चौधरी और पीएसआई दीपक खेडकर की टीम ने मौके पर छापा मारा।
एक महिला को उस समय रंगेहाथ पकड़ा गया जब वह नकली जन्म प्रमाणपत्र एक ग्राहक को सौंप रही थी।
🕵️♂️ कैसे हुआ खुलासा?
डॉ. वर्गीज ने अपनी पहचान ‘बिनू एन. वर्गीज’ बताकर स्वयं दस्तावेज बनवाए। मात्र ₹1,000 में 30 मिनट के भीतर उन्हें एक ऐसा नकली प्रमाणपत्र सौंप दिया गया, जिसमें महाराष्ट्र सरकार, स्वास्थ्य विभाग और बीएमसी का नाम भी अंकित था।
📝 आगे की कार्रवाई
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पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया है
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FIR की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है
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प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था
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पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क अन्य जिलों में भी फैल चुका है
📢 पुलिस की अपील
ठाणे पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि अगर किसी को ऐसे दस्तावेज़ या केंद्र की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
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