🏛️ उर्दू साहित्य अकादमी का स्थानांतरण फिलहाल टला, सरकार देगी 10 करोड़ का स्थायी फंड
मुंबई, 10 जुलाई 2025 – महाराष्ट्र सरकार ने उर्दू साहित्य अकादमी को मौजूदा स्थान से हटाने का निर्णय फिलहाल टाल दिया है। यह फैसला समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख की मांग पर 8 जुलाई को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दत्तात्रय भरणे ने की, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि जब तक अकादमी को 2,000 वर्गफीट की पूरी तरह सुसज्जित सरकारी जगह नहीं मिलती, तब तक कोई स्थलांतरण नहीं होगा।
📌 अकादमी को मिलेगा नया ऑफिस और स्थायी फंड
सरकार ने उर्दू साहित्य अकादमी को सशक्त करने के लिए 10 करोड़ रुपये का स्थायी फंड और हर वर्ष 5 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया है। साथ ही, अकादमी के सात रिक्त पदों को भरने और आवश्यकता अनुसार कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ की नियुक्ति के निर्देश भी दिए गए हैं।
⏳ दो महीने में नहीं मिली जगह तो मौजूदा भवन का होगा नवीनीकरण
अगर दो महीने की अवधि में नई जगह नहीं मिली, तो मौजूदा इमारत को सुधार कर बेहतर बनाया जाएगा ताकि कार्य में कोई बाधा न आए। यह निर्णय उर्दू भाषा और साहित्य को संरक्षित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
🗣️ विधायक रईस शेख ने जताया संतोष
इस फैसले के बाद विधायक रईस शेख ने इसे “उर्दू भाषी समाज की जीत” बताया और सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उर्दू अकादमी को मजबूत करना सांस्कृतिक विविधता को संजोने की दिशा में बड़ा कदम है।