विरार: अर्नाळा एसटी डिपो को वर्षों की प्रतीक्षा के बाद आखिरकार 5 नई एसटी बसें मिल गई हैं। यह सुविधा विशेष रूप से वसई की विधायक स्नेहा दुबे-पंडित की सक्रिय पहल और प्रयासों के चलते संभव हो सकी। रविवार को इन बसों का लोकार्पण स्वयं विधायक दुबे के हाथों किया गया, जिसके साथ ही बसों को सेवाओं के लिए रवाना भी किया गया।
खटारा बसों से राहत
अर्नाळा डिपो से वसई-विरार, ठाणे, भुसावळ, औरंगाबाद, पंढरपूर, कोल्हापुर, शिर्डी, चोपड़ा, तुळजापूर जैसे दूरगामी स्थानों के लिए रोज़ाना 310 एसटी फेरे चलते हैं। लेकिन इनमें से कई बसें अत्यधिक जर्जर थीं – कुछ तो इतनी खस्ताहाल हो चुकी थीं कि चलते समय हिलती-डुलती थीं, जिनसे न केवल यात्रियों को परेशानी होती थी, बल्कि चालकों और यंत्रचालकों को भी बार-बार तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
अब इस स्थिति में सुधार लाने के लिए अर्नाळा डिपो को कुल 30 नई एसटी बसें मंजूर की गई हैं, जिनमें से 5 बसें अब सेवा में शामिल कर ली गई हैं। बाकी 25 बसें भी जल्द मिलने की उम्मीद है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस नई बसें
नई एसटी बसों में 40 यात्रियों के बैठने की क्षमता है और ये आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। इससे दूरदराज़ के यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और समयबद्ध यात्रा का अनुभव मिलेगा।
पंढरपूर वारी जैसे विशेष रूट को प्राथमिकता
डिपो प्रबंधक सिद्धेश सूर्यवंशी ने बताया कि नई बसों को खासकर पंढरपूर, विटा और चोपड़ा जैसे मार्गों पर प्राथमिकता दी जाएगी, क्योंकि इन मार्गों पर वारी के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु जाते हैं।
21 जर्जर बसें होंगी बाहर
अर्नाळा डिपो में कई बसें 12 से 15 साल पुरानी हैं, जिनकी हालत बेहद खराब हो चुकी है। कई बार ब्रेक फेल होने, चढ़ाई पर बंद पड़ने या अन्य तकनीकी खामियों के चलते यात्रियों को खतरे का सामना करना पड़ता था। अब इन 21 पुरानी और खतरनाक बसों को 3 महीने के भीतर डिपो से बाहर किया जाएगा।
विधायक स्नेहा दुबे का बयान:
“हमारी कोशिश है कि अर्नाळा क्षेत्र को बेहतर सार्वजनिक परिवहन सेवा मिले। पहले चरण में 5 बसें आ चुकी हैं और बाकी 25 बसें जल्द ही लाने का प्रयास जारी है। शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव हो, यही हमारा उद्देश्य है।”
इस पहल से न केवल ग्रामीण यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि अर्नाळा एसटी डिपो की सेवाओं में भी आमूलचूल सुधार आएगा। अब स्थानीय लोग सुरक्षित और समय पर यात्रा कर सकेंगे, जो पहले एक बड़ी चुनौती थी।