Virar Building Collapse: वसई-विरार के नारंगी में चार मंजिला इमारत का स्लैब देर रात ढह गया। 10-15 लोगों के फंसे होने की आशंका है। अब तक तीन लोगों को बचाया गया है। बचाव कार्य जारी है और अतिरिक्त NDRF टीम बुलाई गई है।
विरार,27 अगस्त: विरार पूर्व के विजयनगर इलाके में मंगलवार रात एक बड़ा हादसा हुआ। चार मंजिला रमाबाई अपार्टमेंट का एक हिस्सा रात करीब 11:45 बजे अचानक ढह गया। इस हादसे में अब तक 11 लोगों को मलबे से निकाला गया है, जिनमें 9 गंभीर रूप से घायल हैं और 2 लोगों की मौत हो गई है। मलबे में अभी और लोगों के फंसे होने की आशंका है।
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अनधिकृत इमारत थी रमाबाई अपार्टमेंट
जानकारी के अनुसार, रमाबाई अपार्टमेंट का निर्माण 2013 में हुआ था। यह एक अनधिकृत इमारत थी जिसमें 50 फ्लैट थे। इनमें से 12 फ्लैट वाला हिस्सा मंगलवार रात भरभराकर गिर पड़ा। बताया गया कि वसई विरार नगर निगम ने मई में ही इस इमारत को खतरनाक घोषित कर नोटिस जारी किया था। इसके बावजूद इमारत खाली नहीं कराई गई और मालिक ने किरायेदारों को रहने दिया।
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बचाव कार्य जारी, बाधाओं से जूझ रहीं टीमें
हादसे की खबर मिलते ही वसई विरार नगर निगम की दमकल टीम और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की दो टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। रात भर राहत व बचाव अभियान चलाया गया। हालांकि, यह इलाका बेहद संकरी गलियों वाला है, जहां बड़े वाहन और एम्बुलेंस पहुंचने में कठिनाई हो रही है। इसी कारण से बचाव अभियान में देरी आ रही है।
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घायलों और मृतकों की पहचान
अब तक निकाले गए घायलों में संजय सिंह (24), मिताली परमार (28), प्रदीप कदम (40), जयश्री कदम (33), विशाखा जोएल (24), मंथन शिंदे (19), प्रभाकर शिंदे (57), प्रमिला शिंदे (50) और प्रेरणा शिंदे (20) शामिल हैं। सभी को नालासोपारा, खार और स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
इस हादसे में निवासी आरोही ओंकार जोएल (24) और उनकी एक वर्षीय बेटी उत्कर्षा की मौत हो गई है।
नगर निगम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रमाबाई अपार्टमेंट के बाकी हिस्से को खाली कराया और ध्वस्त करने का काम शुरू किया है। निवासियों का सामान भी सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
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सवालों के घेरे में प्रशासन
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम ने इमारत को खतरनाक घोषित करने के बावजूद गिराया नहीं, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। अब सवाल उठ रहे हैं कि नोटिस जारी होने के बाद भी इमारत मालिक को किरायेदार रखने की अनुमति क्यों दी गई।
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