Virar Building Collapse: विरार रमाबाई अपार्टमेंट दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की गई। यह फैसला भाजपा विधायक राजन नाइक की मांग के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लिया।
विरार,28 अगस्त: विरार पूर्व स्थित विजयनगर इलाके में मंगलवार आधी रात को बड़ा हादसा हुआ। रमाबाई अपार्टमेंट (G+4) का पिछला हिस्सा अचानक ढह गया। इमारत का अधिकांश हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया, जिसमें कई परिवार दब गए।
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 9 लोग घायल हैं और स्थानीय अस्पतालों में इलाज जारी है। मृतकों में एक साल की बच्ची भी शामिल है, जिसका उसी दिन जन्मदिन था।
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विधायक राजन नाइक की पहल
हादसे की सूचना मिलते ही भाजपा विधायक राजन नाइक घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान की समीक्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मांग की कि मृतकों और घायलों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता दी जाए।
उनकी मांग के आधार पर मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रत्येक मृतक परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया और आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन को मौके पर भेजा।
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मुख्यमंत्री का शोक और आश्वासन
मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने X (ट्विटर) अकाउंट पर घटना पर शोक व्यक्त किया और लिखा ,“राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों को हर संभव मदद मिलेगी।”
भाजपा वसई-विरार जिला महासचिव मनोज बारोट ने मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री ने राहत राशि जारी करने का आदेश दे दिया है।
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बचाव कार्य और चुनौतियाँ
दमकल विभाग, आपदा प्रबंधन दल और एनडीआरएफ की टीमों ने देर रात से ही राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया। भारी मशीनों और क्रेनों की मदद से मलबा हटाने का काम पूरी रात जारी रहा।
बारिश और अंधेरे के बीच बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन प्रशासन और बचावकर्मी लगातार मेहनत करते रहे।
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इमारत की संरचनात्मक कमजोरी
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ढही हुई इमारत कमजोर थी। प्रशासन ने तकनीकी जांच समिति गठित कर दी है, जो इमारत गिरने के कारणों की विस्तृत जांच करेगी।
यह हादसा फिर से सवाल उठाता है कि जर्जर और अवैध इमारतों पर समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की जाती।
Virar Building Collapse: विरार रमाबाई अपार्टमेंट हादसा: 17 की मौत, राहत और बचाव अभियान जारी