मुंबई ले जाते वक्त पालघर की घायल महिला की एंबुलेंस ट्रैफिक में फसने से मौत। दर्द से तड़पती रही, पर समय पर इलाज न मिलने के कारण रास्ते में ही मौत हो गई।
पालघर,10अगस्त: पालघर की रहने वाली 49 वर्षीय छाया पुरव की ट्रैफिक जाम में फंसी एंबुलेंस में दर्द से तड़पते हुए मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब छाया के सिर और पसलियों पर पेड़ की भारी टहनी गिरने से गंभीर चोटें आईं। उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद मुंबई के हिंदुजा अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में एंबुलेंस एनएच-48 हाईवे पर भीषण जाम में फंस गई। घटना बीते ३१ जुलाई की बताई जा रही है जब यह दर्दनाक बकाया सामने आया।
🚑 रास्ते में बिगड़ी हालत, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत
करीब तीन घंटे बीतने के बाद भी एंबुलेंस केवल आधा रास्ता ही तय कर सकी। छाया को दिया गया एनेस्थीसिया असर खोने लगा और वह दर्द से तड़पने लगीं। स्थिति गंभीर होती देख, एंबुलेंस को मीरा रोड के ऑर्बिट हॉस्पिटल की ओर मोड़ा गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
नागपुर-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू: अब 12 घंटे में होगा सफर, जानिए समय, किराया और स्टेशन
🗣 “आधा घंटा पहले पहुंच जाते, तो वो जिंदा होती”
छाया के पति कौशिक ने कहा, “चार घंटे तक मेरी पत्नी तड़पती रही। वो मदद की गुहार लगाती रही, पर जाम और गड्ढों ने हमें कहीं नहीं जाने दिया।” डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचते ही छाया को मृत घोषित कर दिया।
⚠️ यह मामला प्रशासन की गंभीर लापरवाही को उजागर करता है
यह घटना एक बार फिर से बताती है कि:
-
महाराष्ट्र में ट्रॉमा सेंटर की भारी कमी है
-
एनएच-48 जैसी महत्वपूर्ण सड़क पर भी एम्बुलेंस कॉरिडोर की व्यवस्था नहीं है
-
इमरजेंसी सेवाएं ट्रैफिक में फंस जाती हैं, जिससे अनगिनत जानें जाती हैं
यह मामला उन हजारों नागरिकों की ओर ध्यान खींचता है, जिन्हें समय पर इलाज न मिलने के कारण जान गंवानी पड़ती है।
👉 यह घटना महाराष्ट्र में ट्रॉमा सेंटर की कमी और सड़कों की बदहाली की ओर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित करती है।
राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोपों का समर्थन, आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर लगाया पक्षपात का आरोप