मुंबई, 4 जुलाई 2025: महाराष्ट्र में एक चौंकाने वाली साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें BJP नेता और पूर्व विधायक प्रसाद लाड के नाम पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और जाली हस्ताक्षरों का उपयोग करके 3.20 करोड़ रुपये की ठगी की गई। इस मामले ने राज्य के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी है।
यह फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ जब रत्नागिरी के जिलाधिकारी कार्यालय से प्रसाद लाड को फोन आया और उनसे पुष्टि की गई कि क्या उन्होंने बीड जिले में 3.20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं।
प्रसाद लाड ने तुरंत इस धोखाधड़ी की जानकारी सायन पुलिस को दी और बताया कि उनके आधिकारिक लेटरहेड और हस्ताक्षर की नकल की गई, साथ ही AI की मदद से उनकी नकली आवाज तैयार कर, ऐसा दिखाया गया कि उन्होंने अधिकारियों से फोन पर बात की थी और 36 सरकारी कार्यों की स्वीकृति दी थी।
🚨 पुलिस ने दर्ज किया मामला, 4 पर केस
मुंबई की सायन पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है:
-
प्रशांत लांडे
-
निलेश वाघमोड़े
-
सचिन बनकर
-
और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति
इन पर BNS की धाराएं 319(2), 318(4), 336(2), 336(3), 340(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने इस गंभीर साइबर अपराध की जांच के लिए दो विशेष टीमें गठित कर दी हैं और आरोपियों की तलाश जारी है।
🤖 AI और डिजिटल फर्जीवाड़ा बना बड़ा खतरा
इस मामले ने एक बार फिर AI के दुरुपयोग और डिजिटल दस्तावेजों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। नेताओं की पहचान, आवाज और हस्ताक्षर का इस तरह से दुरुपयोग होना आने वाले समय में और भी साइबर खतरे बढ़ा सकता है।
🗣️ प्रसाद लाड का बयान:
“जब मुझे फोन आया और पूछा गया कि आपने पैसे भेजे हैं या नहीं, तब मुझे पता चला कि मेरा फर्जी लेटरहेड और नकली हस्ताक्षर का उपयोग हुआ है। AI से मेरी आवाज तैयार की गई, जिससे अधिकारी भ्रमित हो गए। यह बहुत गंभीर और खतरनाक तरीका है।”