वसई-विरार में आ रही थी 86 लाख की चरस (Charas seized), पुलिस की कार्रवाई ने सौदागरों की मंशा पर फ़ेरा पानी
वसई विरार : मुंबई के समीप स्थित वसई विरार शहर में नशे की बड़ी खेप की तस्करी करने वाले नशे के सौदागरों को मीरा भायंदर-वसई विरार आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच यूनिट संख्या तीन ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से 86 लाख से ज्यादा कीमत की चरस नामक नशीला पदार्थ बरामद (Charas seized) किया है। इस बात की जानकारी पुलिस ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एमबीवीवी क्राइम ब्रांच युनिट 3 ”विरार ( मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय ) ने वसई विरार क्षेत्र में आपूर्ति की जाने वाली 86 लाख से ज्यादा की चरस की एक बड़ी खेप बरामद (Charas seized) की है। इस मामले में 3 आरोपी पकड़े गए है। तीनों आरोपियों के खिलाफ विरार के पास स्थित मांडवी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज़ किया गया है।
पुलिस ने बताया कि क्राइम ब्रांच को वरिष्ठों द्वारा मीरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में ड्रग्स बेचने और तस्करी करने वाले वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त हुआ, जिस पर कार्य करते हुए बीते 1 दिसंबर को रात के समय, क्राइम ब्रांच युनिट 3 के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मांडवी पुलिस स्टेशन सीमा के भीतर खराडतारा पुल के नीचे सर्विस रोड पर गश्त कर रहे थे, इसी दौरान कैलाश जनार्दन तमोरे, जिसकी उम्र 36 वर्ष (निवासी-डहाणू) को बिक्री के लिए उसके पास मौजूद 1.1 किलोग्राम वजन 11,00,000 रुपये की चरस के साथ गिरफ्तार किया गया।मामले में विरार के मांडवी पुलिस स्टेशन में अधिनियम 1985 की धारा 8 (क), 20 (क), 29 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने बताया कि उपरोक्त अपराध की जांच के दौरान आरोपी कैलाश जनार्दन तमोरे के साथी संकेत विजय तमोरे, उम्र 32 वर्ष और निकेश रमेश दवणे, उम्र 37 वर्ष, दोनों चिंचणी, डहाणू को हिरासत में लिया गया।उनके घर की तलाशी के दौरान भारी मात्रा में कुल 7.650 किलोग्राम चरस जब्त किया गया।
उपरोक्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्ज़े से कुल 8.750 किलोग्राम चरस कीमत 86,13,350 रूपये बरामद की गयी है। उक्त अपराध की आगे की जांच क्राइम ब्रांच युनिट 3 ‘विरार’ के माध्यम से की जा रही है। आरोपियों को 7 दिसंबर तक कोर्ट ने पुलिस हिरासत दी है।
पुलिस इस मामले को आधार बनाकर नशे के अन्य सौदागरों की तलाश कर रही है जो युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। फिलहाल क्राइम ब्रांच यूनिट तीन की इस कार्रवाई की लोगों ने काफी प्रशंसा की है।
अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच यूनिट संख्या 3 के पुलिस निरीक्षक प्रमोद बडाख के नेतृत्व में पुलिस उप निरीक्षक अभिजीत टेलर, उमेश भागवत के साथ अशोक पाटिल, सचिन घेरे सागर बारवकर, मनोज सकपाल, अश्विन पाटिल, राकेश पवार,सुमित यादव, सुनील पाटिल, युवराज वाघमोडे, प्रवीण वानखेड़े, गणेश यादव,सागर सोनवणे सहित पूरी टीम के सम्मिलित प्रयासों से सफलता हासिल की है.
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