वसई : मीरा भाइंदर वसई विरार आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच यूनिट-2 टीम ने 22 जनवरी को नायगांव (Naigaon) में हुई मुंबई के गोरेगांव स्थित भगत सिंह नगर के रहने वाले कमरुद्दीन मोहम्मद उस्मान अंसारी नामक युवक की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आरोपी पति पत्नी को गुजरात के वापी से गिरफ्तार किया है। घटना में एक चौकाने वाला खुलासा सामने आया।
इस वारदात को अंजाम देने के लिए मृतक अंसारी की पत्नी ने आरोपियों को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। जिसके बाद 22 जनवरी दोपहर ह्त्या आरोपी बिलाल उर्फ मुल्ला निजाम पठान व उसकी पत्नी सौफिया पठान ने कमरुद्दीन अंसारी को इलाज के बहाने नायगांव (Naigaon) लिए नायगांव ईस्ट में लेकर आए और स्टेशन से कुछ ही दूरी पर ब्रिज के नीचे बिलाल ने उसके सिर और सिलबट्टा से तीन बार वार किया।
इस बीच अंसारी जान बचाने के लिए भगाने लगा तो बिलाल ने उसे पकड़ा और उसकी गर्दन पर चाकू से वार कर, उसकी गला रेत कर उसकी हत्या कर, शव को खाड़ी में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए। इधर अंसारी की पत्नी ने गोरेगांव के बांगुर नगर पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट करा दी।
27 जनवरी को वसई की वालीव पुलिस ने अंसारी का शव खाड़ी (Naigaon) से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जे जे अस्पताल भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसकी हत्या की गई है।जिसके बाद वालीव पुलिस ने 30 जनवरी को अज्ञात हत्यारों पर हत्या का मामला दर्ज किया। क्राइम ब्रांच यूनिट 2 की टीम ने हत्या आरोपी पति-पत्नी को वापी से गिरफ्तार किया है। वहीं वालीव पुलिस ने मृतक की पत्नी को गिरफ्तार किया है।
उक्त कार्रवाई अविनाश अंबुरे पुलिस उपायुक्त (अपराध), अमोल मांडवे, पुलिस आयुक्त (अपराध) के मार्गदर्शन में अपराध शाखा-2 वसई इकाई के पुलिस निरीक्षक शाहूराज रणवरे के नेतृत्व में स.पो.निरीक्षक सुहास कांबले, रमेश भोसले, संजय नवले, रमेश अल्दर, चंदन मोरे, सचिन पाटिल, जगदीश गोवारी, दादा आडके , सुधीर नरले, प्रशांत कुमार ठाकुर, अमोल कोरे और संतोष चव्हाण ने की है.