NDA के ‘महायुति’ में भी अब सीट शेयरिंग पर पेच, शिंदे गुट के सहयोगियों की माँग ने बढ़ाई BJP की मुश्किल
मुख्य बातें:
()* महाराष्ट्र में बीजेपी के 30 से अधिक सीट पर लड़ने के बीच महायुति में फंसा पेंच
()* एकनाथ शिंदे(शिवसेना) के नेता सीट छोड़ने को नहीं तैयार
()* एकनाथ शिंदे(शिवसेना) की मांग है कि उसे लोकसभा चुनाव में कम से कम 18 सीटें मिलनी चाहिए
()* सीएम शिंदे ने नहीं दिया कोई बयान,पार्टी के नेता बढ़ा रहे हैं बीजेपी की मुश्किल
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर जहां अभी तक महाविकास अघाड़ी के घटक दलों में अंतिम सहमति नहीं बन पाई है तो वहीं दूसरी ओर राज्य में एक साथ सरकार चला रहे महायुति में भी भरी खींचतान सामने आ रही है। बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के लिए 195 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है, लेकिन में महाराष्ट्र की एक भी सीट शामिल नहीं है।
इसकी बड़ी वजह है कि शिंदे(शिवसेना),बीजेपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। शिवसेना कम से कम 18 सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ सांसद और नेता खुले तौर पर प्रमुख सीटों पर दावा कर रहे हैं और यहां तक कि यह भी कह रहे हैं कि वे अपने क्षेत्रों में बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे।
इन नेताओं में शिंदे(शिवसेना) के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल, सांसद गजानन कीर्तिकर और पूर्व मंत्री रामदास कदम शामिल हैं। शिंदे(शिवसेना) के नेताओं के तेवरों से बीजेपी मुश्किल में हैं। आने वाले दिनों मे महाराष्ट्र की राजनीति किस ओर करवट लेगी यह बीजेपी के लिए जबरदस्त चुनौती होगी।