मुंबई, 4 जुलाई 2025: राज्य में मराठी भाषा को लेकर बढ़ते विवाद के बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने एक विवादास्पद बयान देकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है।
एक पत्रकार वार्ता में हिंदी भाषी समुदाय के साथ हुई मारपीट पर प्रतिक्रिया देते हुए नितेश राणे ने कहा:
“अगर उनमें हिम्मत है, तो नुल बाजार, मोहम्मद अली रोड या मालवणी जैसे इलाकों में जाकर दाढ़ी टोपी वालों से कहें कि मराठी बोलो। क्या वहां भी इतनी हिम्मत दिखाते हैं? क्या आमिर खान और जावेद अख्तर मराठी बोलते हैं?”
उनका यह बयान भयंदर और मीरा रोड में हुई मारपीट की घटना के बाद आया है, जिसमें मराठी में बात न करने पर हिंदीभाषी दुकानदार के साथ मारपीट की गई थी।
राणे का बयान सीधे तौर पर धार्मिक समुदायों और सामाजिक विभाजन को इंगित करता है, जिससे राज्य में पहले से जारी भाषा और पहचान की राजनीति और अधिक गर्मा गई है।
विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने नितेश राणे की टिप्पणी को “भड़काऊ और अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा फैलाने वाला” बताया है और मुख्यमंत्री से इस पर जवाब मांगने की बात कही है।
सरकार की तरफ से अभी तक इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह क्लिप तेजी से वायरल हो रही है और बहस का मुद्दा बन गई है।
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