Praful Patel Corruption Case :
भ्रष्टाचारी नेताओं के भाजप में प्रवेश करने के बाद उन पर लगे सभी आरोप धुल जाते हैं। विपक्ष अक्सर इस तरह के आरोपों का राग अलापते रहते हैं. एक ताजा मामला जिसमें राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल(Praful Patel) के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को खत्म कर दिया गया है। कोर्ट में चल रहे उनके खिलाफ उड्डयन मंत्रालय से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट फाइल की, जिसके बाद दिल्ली की एक कोर्ट ने उनको क्लीन चिट दे दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राकांपा (अजीत पवार गुट) नेता प्रफुल्ल पटेल(Praful Patel) को बड़ी राहत मिली है। उनके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह बताकर सीबीआई ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इसके बाद प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ मामला बंद कर दिया गया है।
सीबीआई(CBI) ने कोर्ट से कहा है कि 2017 के भ्रष्टाचार के एक मामले में प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है। जब प्रफुल्ल पटेल नागरिक उड्डयन मंत्री थे, तब उन पर भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगा था। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही थी। आश्चर्य है कि जब प्रफुल्ल पटेल शरद पवार के साथ थे,तब इस मामले को गंभीर बताते हुए उनकी जांच हो रही थी। अब जब वह अजित पवार के साथ हैं और अजीत पवार भाजपा के साथ हैं,तो उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को खत्म कर दिया गया है। इसको लेकर राजनीतिक गलियारे में लोगों की गुपचुप चर्चा तेज हो गई है।