पालघर- यूक्रेन से वापस आये सभी 18 छात्र
वासी उपजिलाधिकारी डॉक्टर किरण महाजन ने बताया कि सभी छात्र सोमवार तक स्वदेश लौटे चुके हैं।
मुंबई। रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध के बीच वहां फंसे हिंदुस्तान के लोगों की देश वापसी का सिलसिला जारी है।खासकर वैसे बच्चों को सरकार तत्परता के साथ वापस ला रही है, जो डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए थे। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ने पालघर के कई परिवारों की मुश्किल बढ़ा दी थी। यूक्रेन में शिक्षा ग्रहण करने गए जिले के 18 विद्यार्थी वहां युद्ध के बीच फंसे हुए थे।
निवासी उपजिलाधिकारी डॉक्टर किरण महाजन ने बताया कि सभी छात्र सोमवार तक स्वदेश लौटे चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत सभी छात्र-छात्राएं सकुशल अपने घरों को लौट आए हैं। इसके लिए छात्रों ने केंद्र और प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया। छात्र-छात्राओं ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने उन्हें सुरक्षित स्वदेश लाने में अपना दायित्व सजगता से निभाया है।
छात्रों के घर पहुंचते ही परिजनों व पड़ोसियों की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। छात्र छात्राओं ने वहां की भीषण परिस्थियों को अवगत करवाते हुए बताया कि सरकार के प्रयासों से हजारों भारतीय विद्यार्थी यूक्रेन से भारत सकुशल आ गए हैं। स्वदेश लौट कर वापस आये छात्रों में बोईसर की महिमा थापलीयल, जिला पिनाकिन कोठवाला, रितिक बापू लोहार, राकेश राजू , निकिता विजय शर्मा व मनोर के शेख फिरोजालाम व पालघर के टेंभोडे निवासी अमान अख्तर शेख विक्रमगड तालुका के सत्यम रामू चव्हाण व शुभम भारत पालवी व वसई के मयुरेश मोहन पाटील व प्रिन्सी क्रोमासिओ रोड्रिक्स और रिद्धी एस कुलकर्णी,नेसीए संजय सेरेजो, वैभवी गणेश कदम, रिताशी पटेल, वाडा की सेजल विनोद वेखंडे व देवऋषी रविंद्र गायकर शामिल है।