
वसई, 18 जनवरी: वसई के माणिकपुर पुलिस स्टेशन के पास, महज 100 मीटर की दूरी पर जुआ खेलने (Gambling in Vasai) के अड्डे खुलेआम संचालित हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, शाम ढलते ही इन अड्डों पर खेल शुरू हो जाता है, जिसमें लाखों के दांव लगाए जाते हैं। अपराध बढ़ने का यह एक प्रमुख कारण बन रहा है, लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन इस पर चुप्पी साधे हुए है।
जुआ और अपराध के बीच संबंध
शहर में बढ़ती चोरी, छिनैती, लूट इत्यादि की घटनाओं के पीछे नशा, जुआ जैसे कारक प्रथम श्रेणी में आते हैं। सूत्रों के मुताबिक, वसई में जगह-जगह पर संचालित इन अड्डों के कारण अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है। ताज़ा घटनाक्रम में विगत दिनों वसई पश्चिम के अग्रवाल नगर में मयांक ज्वेलर्स में हथियारबंद डकैती हुई, जिसमें अपराधियों ने लाखों रुपये के गहने लूट लिए। नशे और ऐय्याशी के आदी बदमाशों के लिए ऐसे जुए इत्यादि के अड्डे प्रथम दृष्टया जिम्मेदार माने जाते हैं .
सूत्र बताते हैं कि वसई पश्चिम स्थित सरकारी बस स्टैंड के समीप गली में और अंजलि बार के सामने एक मकान में जुआ खेला जाता है। इन अड्डों में रातभर लाखों के दांव लगाए जाते हैं। इतना ही नहीं, हारने वालों को ब्याज पर पैसा भी दिया जाता है। यहां पर जुए के दौरान शराब का सेवन आम बात है।
स्थानीय लोग परेशान, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
वसई पश्चिम स्थित बस डिपो,वसई स्टेशन के यात्रियों सहित आस-पास बाजार क्षेत्र के लोग और व्यापारी इन जुए के अड्डों से खासे परेशान हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि जुआ खेलने का धंधा करने वाले मकानों में बाहर से ताले बंद रख कर प्रशासन की आँखों में धुल झोंकने का काम लगातार जारी है। वहीं, जुआरियों द्वारा उनकी गाड़ियों को सड़कों पर पार्क किया जाता है, जिससे यातायात में भी समस्या होती है। शहर में इन दिनों अवैध ड्रग्स और गांजे की बिक्री भी जोरों पर है, जिससे हालात और खराब हो रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और उम्मीदें
मीरा-भाईंदर-वसई-विरार के क्राइम डीसीपी अविनाश अंबूरे ने इस संबंध में कहा कि जुआ के अड्डों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्थानीय लोग पुलिस की निष्क्रियता से नाराज हैं और चाहते हैं कि इन अवैध गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए।
शहर में बढ़ते अपराध और जुए के अड्डों से प्रभावित लोग प्रशासन से त्वरित और कठोर कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।